सुर्खाब

October 24, 2025
  बाहर बेहद सुहाना मौसम था... आकाश पर काले बादलों का जमावड़ा बना हुआ था और शोख हवाओं के साथ झूम-झूम कर वे बरस रहे थे। उसका नाम क्या सोचकर घर...Read More

आकर्षण

October 24, 2025
  सुहाग की सेज पर वह सिकुड़ी सिमटी बैठी थी और आसपास बिखरी गुलाब की पंखुड़ियों की खुश्बू अपनी साँसों में भर रही थी कि नदीम उसके पास आ बैठे और उ...Read More

जामुन की छाँव

October 24, 2025
  राघव को अपने घर के आंगन में लगे जामुन के पेड़ से ठीक वैसा ही लगाव था जैसा किसी इंसान को अपनी औलाद से होता है। वह कोई पढ़ा लिखा तो न था कि ...Read More